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अक्तूबर, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जब डालता हूं नजर तो फिसल जाती है

1.जब डालता हूं नजर तो फिसल जाती है  उस तक जाकर ठहर जाती है मदहोश हो जाता जब वह हल्की सी मुस्कान मुझे दे जाती है 2.उस बेवफा से दिल लगाया कुसूर मेरा था बिना उसके जिएंगे नहीं उसूल मेरा था यह जमाना भी पागल कहने लगा जो उसकी मोहब्बत में इतना जुनून मेरा था

आपके बातों पर यकीन कैसे करें

1.आपके बातों पर यकीन कैसे करें आप जब दुबारा मिलते हैं तो आपके इरादे बदले बदले नजर आते हैं यह बदलाव कैसा है हम कुछ भी समझ नहीं पाते 2. की थी मोहब्बत गुजारेंगे उसके प्यार में सुकून भरी जिंदगी मगर जैसे ही मेरे वह अपने हुए वह नौकरों की तरह काम लेने लगे

तन्हा तन्हा सा रहते हैं

1. तनहा तनहा सा रहते हैं कोई हमसफ़र नहीं है दिल की गलियां सूनी सूनी सी हैं चाहतों का सफर बस जारी रहा प्यार अपने मुकद्दर में नहीं है 2. कोई वादा करो मैं इंतजार करूं प्यार मिलेगा नहीं जो आपका हम नहीं रह पाएंगे दूरियों का जहर नहीं सह पाएंगे

प्यार के सिलसिले को

1. प्यार के सिलसिले को थोड़ा और मजबूत होने दो इश्क के दरिया में डूब जाना है 2. वह इरादों को अपने बदलने लगे हैं इश्क में अपने मुझको वो ठगने लगे हैं धीरे-धीरे हम भी समझने लगे हैं